Coronavirus

coronavirus:-

कोरोनावीरस संबंधित वायरस का एक समूह है-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- जो स्तनधारियों और पक्षियों में बीमारियों का कारण बनता है।---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- मनुष्यों में, कोरोनाविरस श्वसन पथ के संक्रमण का कारण बनता है जो हल्के हो सकते हैं, ,,,,,,,जैसे कि सामान्य सर्दी के कुछ मामले और अन्य जो कि घातक हो सकते हैं,,,,,,, जैसे कि एसएआरएस, मर्स और सीओवीआईडी ​​-19। अन्य प्रजातियों में लक्षण भिन्न होते हैं: ,,,,,,,,मुर्गियों में, वे एक ऊपरी श्वसन पथ की बीमारी का कारण बनते हैं,,,,,, जबकि गायों और सूअरों में वे दस्त का कारण बनते हैं। ------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------मानव कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने या उसका इलाज करने के लिए अभी तक टीके या एंटीवायरल दवाएं नहीं हैं।-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

कोरोनविर्यूज़ परिवार में कोरोनैविराइडे, ऑर्डर निडोविरलेस और दायरे रिबोविरिया में उपपरिवार ऑर्थोकोरोनविरीना का गठन करते हैं। -----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------वे सकारात्मक-समझ वाले एकल-फंसे हुए आरएनए जीनोम और हेलिकल सिमिट्री के न्यूक्लियोकैप्सिड वाले वायरस से आच्छादित हैं। -------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------कोरोनाविरस के जीनोम का आकार लगभग 27 से 34 किलोग्राम तक है, ,,,,,जो ज्ञात आरएनए वायरस के बीच सबसे बड़ा है। -----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------कोरोनोवायरस नाम लैटिन कोरोना से लिया गया है,....... जिसका अर्थ है "मुकुट" या "हेलो", जो दो-आयामी संचरण इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी के तहत देखे जाने पर विषाणुओंके चारों ओर एक मुकुट या सौर कोरोना की विशेषता की याद दिलाता है, .........सतह के कारण क्लब के आकार के प्रोटीन स्पाइक्स में कवर किया गया।-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

Coronavirus

कोरोनवायरस पहली बार 1930 के दशक में खोजा गया था जब घरेलू मुर्गियों के तीव्र श्वसन संक्रमण को संक्रामक ब्रोंकाइटिस वायरसके कारण दिखाया गया था। ------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------1940 के दशक में, दो और पशु कोरोनविर्यूज़, माउस हेपेटाइटिस वायरस और संक्रामक गैस्ट्रोएंटेराइटिस वायरस को अलग कर दिया गया।----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

1960 के दशक में मानव कोरोनाविरस की खोज की गई थी।-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------सबसे शुरुआती अध्ययन सामान्य सर्दी वाले मानव रोगियों के थे,,,,,, जिन्हें बाद में मानव कोरोनावायरस 229E और मानव कोरोनावायरस OC43 नाम दिया गया था।------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- जब से 2003 में SARS-CoV, 2004 में HCoV NL63, 2005 में HKU1, 2012 में MERS-CoV, और 2019 में SARS-CoV-2 सहित अन्य मानव कोरोनविर्यूज़ की पहचान की गई है। ----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------इनमें से अधिकांश में गंभीर श्वसन पथ के संक्रमण शामिल हैं।

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